pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

जाने दीजिये

5
5

दिल हजार बार चीखे है उसे चीखने दीजिए जो आप को रुलाए तड़पाए उसे जाने दीजिए ❤ ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Kumari Mili 🌹

सुनहरी शाम का सन्नाटा हुँ मैं बर्षा की बूँदो का संगीत हुँ मैं रुहानी फूलों की महक हुँ मैं ओ अजनबी महसूस तो कर एक बार मुझे तेरा धडकता दिल भी हुँ मैं ❤

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    26 मई 2021
    👌👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    26 मई 2021
    👌👌