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इज्जतदार वेश्या

4.5
10525

वैश्य और वेश्या दोनों शब्दों में मामूली अंतर है लेकिन जिनके जीवन पर ये लागू होते हैं उनके आदर और सम्मान में मीलों का फासला बना देते हैं। सेठ दीपचंद को सभी लोग आंखों पर बिठाने को तैयार रहते थे लेकिन ...

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लेखक के बारे में
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पूर्ण अनजाना

गंगानगर (राजस्थान) Insta= puran__anjana तन हमारा नाजुक है, लेकिन मन पूरा वीर, कलम की कमान से, चलाते हैं शब्दों के तीर |

समीक्षा
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  • author
    JAIDEV TOKSIA
    11 दिसम्बर 2018
    are wah kya bat h
  • author
    rinku
    07 जनवरी 2019
    ये तो मानना पडेगा की ये तो मजबूरी में वैश्या बनी पर समाज में ऐसी औरते और मर्द भी हैं जो सिर्फ शरीर की हवस को पुरा करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं उनको समाज क्यों छोड़ देता है।
  • author
    Rekha Sharma
    25 दिसम्बर 2019
    Bhut bdiya g 👌👌 mjburi kuch bi karva skti h g
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    JAIDEV TOKSIA
    11 दिसम्बर 2018
    are wah kya bat h
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    rinku
    07 जनवरी 2019
    ये तो मानना पडेगा की ये तो मजबूरी में वैश्या बनी पर समाज में ऐसी औरते और मर्द भी हैं जो सिर्फ शरीर की हवस को पुरा करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं उनको समाज क्यों छोड़ देता है।
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    Rekha Sharma
    25 दिसम्बर 2019
    Bhut bdiya g 👌👌 mjburi kuch bi karva skti h g