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ईश्वर तुल्य अनमोल माँ

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माँ जैसा कोई नही।धरा पर ये जीवनदायिनी स्वरूप किसी वरदान से कम नही।माँ का सारा जीवन ममता,समर्पण,त्याग के भाव से भरा है।माँ सृष्टि का आधार है।माँ के बगैर इस दूनियाँ की कल्पना असम्भव है।

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लेखक के बारे में
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सौरभ चौधरी

मुझे कुछ ऐसा कमाना है जो कभी ना मिटे

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Swati Pankaj
    29 मई 2020
    very nice.
  • author
    Gaurav Kumar
    30 मई 2020
    👌🏻👌🏻
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  • author
    Swati Pankaj
    29 मई 2020
    very nice.
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    Gaurav Kumar
    30 मई 2020
    👌🏻👌🏻