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ईश्वर सर्वव्यापी है।। अनुज कुमार कश्यप

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यह कहानी एक कल्पना मात्र है ।          ऐसा मुझे लगता है कि इस आधुनिक जीवन में मानव का ईश्वर शब्द से विश्वास मिटता जा रहा है यह कहानी एक गांव की है जिसमें एक बहुत प्रसिद्ध महात्मा जी रहते थे ...

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लेखक के बारे में

मेरा परिश्रम मेरी सफलता है। मेरा विश्वास मेरी आशा है। फसा हूँ जीवन के इस भमर में। लिखूँ कुछ इस जहां के लिए बस ह्दय में यही एक अभिलाषा है। "न मैं ज्ञानी हूँ न मैं अज्ञानी हूँ न हूँ मैं मूर्ख मैं हूँ एक साधारण सा इंसान। पंच तत्व मिल काया वनी अनुज दिया मात पिता ने नाम।।" MOB. 6386008150 Mail - [email protected]

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    . .
    03 फ़रवरी 2020
    अद्भुत कहानी थी👌🙏
  • author
    Aarti Meena
    16 दिसम्बर 2019
    सही हैं, ईश्वर तो हर जगह है, बहुत अच्छी कहानी,
  • author
    22 जनवरी 2022
    😍😍
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    . .
    03 फ़रवरी 2020
    अद्भुत कहानी थी👌🙏
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    Aarti Meena
    16 दिसम्बर 2019
    सही हैं, ईश्वर तो हर जगह है, बहुत अच्छी कहानी,
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    22 जनवरी 2022
    😍😍