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बैशाख का दोपहर, बिजली काफी देर से गुल थी। कमरे में गरमी हो रही थी। बाहर मंद-मंद पुरवइया चल रही थी। घर के आगे अहाते में दो अमरुद, एक मेंहदी, एक आंवला का पेड़ और कुछ फूल के पौधे...हवा के संग-संग ...

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लेखक के बारे में

कहानी, कविता, ग़ज़ल, गीत, मुक्तक आदि विभिन्न विधाओं में लेखन। (सपंर्क संख्या : 9907678437 )

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Nitesh Tony
    15 फ़रवरी 2020
    बहुत बढ़िया
  • author
    Sureshhh. 1212
    21 जनवरी 2021
    nice👌👌. क्या अगला भाग भी आयेगा...?
  • author
    श्रवण शर्मा
    09 जुलाई 2018
    अति महत्वपूर्ण एवं सुन्दर लेख
  • author
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  • author
    Nitesh Tony
    15 फ़रवरी 2020
    बहुत बढ़िया
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    Sureshhh. 1212
    21 जनवरी 2021
    nice👌👌. क्या अगला भाग भी आयेगा...?
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    श्रवण शर्मा
    09 जुलाई 2018
    अति महत्वपूर्ण एवं सुन्दर लेख