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इंस्पेक्टर मातादीन चांद (कहानी) हरिशंकर परसाई

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इंस्पेक्टर माता दीन चाँद पर’ कहानी वैज्ञानिक कहते हैं, चाँद पर जीवन नहीं है। सीनियर पुलिस इन्स्पेक्टर मातदीन (डिपार्टमेंट में एम० डी० साब) कहते हैं- वैज्ञानिक झूठ बोलते हैं, वहाँ हमारे जैसे ही ...

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लेखक के बारे में
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Prof INDU SINGH

भूतपूर्व प्रवक्ता विवेकानन्द डिग्री कॉलेज, हैदराबाद (अलग-अलग विद्यालयों एवं कॉलेज में लगभग 12 वर्षों का शिक्षण अनुभव)

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Kamlesh Patni
    06 जनवरी 2022
    अद्भुत। परसाई जी के व्यंग्य सामाजिक व्यवस्था पर सटीक व्यंग्य करते हैं।
  • author
    कशिश शर्मा
    23 दिसम्बर 2022
    धन्यवाद प्रतिलिपि!! परसाई जी की व्यंग्य विधा का सुंदर नमूना है यह रचना। इसे हमेँ उपलब्ध कराने हेतु प्रतिलिपि टीम का आभार बनता है 😊 कृपया इसी प्रकार अन्य रचनाओं को भी उपलब्ध करायें।
  • author
    Kuldeep Sharma
    30 जनवरी 2022
    में खुद पुलिस वाला हूं ये व्यंग आज के समय में बिल्कुल चरितार्थ है👏🙏
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    Kamlesh Patni
    06 जनवरी 2022
    अद्भुत। परसाई जी के व्यंग्य सामाजिक व्यवस्था पर सटीक व्यंग्य करते हैं।
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    कशिश शर्मा
    23 दिसम्बर 2022
    धन्यवाद प्रतिलिपि!! परसाई जी की व्यंग्य विधा का सुंदर नमूना है यह रचना। इसे हमेँ उपलब्ध कराने हेतु प्रतिलिपि टीम का आभार बनता है 😊 कृपया इसी प्रकार अन्य रचनाओं को भी उपलब्ध करायें।
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    Kuldeep Sharma
    30 जनवरी 2022
    में खुद पुलिस वाला हूं ये व्यंग आज के समय में बिल्कुल चरितार्थ है👏🙏