गायत्री की ही जैसी कई नारियों के अस्तित्व के धूमिल होने की कहानी जो एक घर परिवार को बनाने में अपनी खुद की पहचान को प्राथमिकता नहीं देती है। पति व बच्चों के लिए जीवन को समर्पित कर देती है फिर उसे ...
हिन्दी एम.ए., बी.एड.। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित होती हैं। कुकिंग, चित्रकारी, कविता व कहानी लेखन, संगीत आदि में रुचि रखती हूं । 17 वर्ष तक हिन्दी अध्यापिका का कार्य भी कर चुकी हूँ।
सारांश
हिन्दी एम.ए., बी.एड.। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित होती हैं। कुकिंग, चित्रकारी, कविता व कहानी लेखन, संगीत आदि में रुचि रखती हूं । 17 वर्ष तक हिन्दी अध्यापिका का कार्य भी कर चुकी हूँ।
रिपोर्ट की समस्या
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