इक उजड़े शहर में उजड़े मंदिर की मुंडेर पर बैठे दो कौवे बतिया रहे थे। एक कौवे की आधी चोंच थी वह आधी चोंच व् दूसरा साबुत था सो साबुत ही चोंच जाना जाएगा। आधी चोंच , साबुत चोंच से - " तू इस मंदिर का मालिक ...
लेखक , हिमाचल प्रदेश की सरकारी सेवा से , आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी के पद से , सेवानिवृत , कर्मचारी है। अब स्वतंत्र लेखन करता है। कविता , कहानी , उपन्यास की विधाओं में प्रकाशन भी हुआ है। अभिमन बालमन पत्रिका में हिमाचल का प्रतिनिधित्व प्रतिनिधि रूप में करता है। फेस बुक पर , Himächäli Täsrälä पेज चलाता है।
सारांश
लेखक , हिमाचल प्रदेश की सरकारी सेवा से , आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी के पद से , सेवानिवृत , कर्मचारी है। अब स्वतंत्र लेखन करता है। कविता , कहानी , उपन्यास की विधाओं में प्रकाशन भी हुआ है। अभिमन बालमन पत्रिका में हिमाचल का प्रतिनिधित्व प्रतिनिधि रूप में करता है। फेस बुक पर , Himächäli Täsrälä पेज चलाता है।
kahani to lag rha tha ki kabhi bhi khatm na ho aur padhte hi chale jaaye ,lag rha tha ki aankho k saamne koi sajeev prasaran ho rha ho , mesmerizing story
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
kahani to lag rha tha ki kabhi bhi khatm na ho aur padhte hi chale jaaye ,lag rha tha ki aankho k saamne koi sajeev prasaran ho rha ho , mesmerizing story
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या