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इगो नाम का एक ज़हर

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इगो की दीवार जब दिलों में उठती है, प्रेम की कोमल कलियाँ उसमें सिमटती हैं। अहंकार की आग में सब कुछ जलता जाए, वो प्यार कैसा जो नफरत में बदलता जाए। इगो जहर है, प्रेम के लिए बाधा बने, जहाँ इगो राज ...

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लेखक के बारे में

स्वतंत्र (फ्रीलांस) लेखक, सेवा निवृत्त चीफ इंजीनियर,( इलेक्ट्रानिक्स) मेरी कलम उन मुद्दों को छूती है जो हमारे रोज़मर्रा के जीवन को प्रभावित करते हैं, लेकिन हास्य और व्यंग्य के चश्मे से। मेरे लेख एक हल्की-फुल्की मुस्कान के साथ गहरी समझ देने की कोशिश करते हैं। कुछ अलग तरह की abstract और वयंग्यातमक,समाज से सरोकार रखने वाली कहानियाँ,लेख [email protected] to write to author.

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    DayaShanker Tiwari
    24 मार्च 2024
    प्रेम पथ पर चलो तो हर दिन उत्सव हो जाए प्रेम का बहुत ही बेहतरीन संदेश।
  • author
    Ashok Joshi
    24 मार्च 2024
    बेहतरीन सृजन...👌🥀👌
  • author
    Amit Hirpara "Lafzo_me_zindgi"
    24 मार्च 2024
    बहोत ही सुंदर रचना आपकी ।मेरी रचना भी पढ़कर समीक्षा करके स्टिकर द्वारा जरूर प्रोत्साहित कीजिएगा और सुझाव भी दीजिए जरूर । "मेरी प्रेमिका", को प्रतिलिपि पर पढ़ें :, https://pratilipi.page.link/ue1SwGECGiaY33Vb6 भारतीय भाषाओमें अनगिनत रचनाएं पढ़ें, लिखें और सुनें, बिलकुल निःशुल्क!
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    DayaShanker Tiwari
    24 मार्च 2024
    प्रेम पथ पर चलो तो हर दिन उत्सव हो जाए प्रेम का बहुत ही बेहतरीन संदेश।
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    Ashok Joshi
    24 मार्च 2024
    बेहतरीन सृजन...👌🥀👌
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    Amit Hirpara "Lafzo_me_zindgi"
    24 मार्च 2024
    बहोत ही सुंदर रचना आपकी ।मेरी रचना भी पढ़कर समीक्षा करके स्टिकर द्वारा जरूर प्रोत्साहित कीजिएगा और सुझाव भी दीजिए जरूर । "मेरी प्रेमिका", को प्रतिलिपि पर पढ़ें :, https://pratilipi.page.link/ue1SwGECGiaY33Vb6 भारतीय भाषाओमें अनगिनत रचनाएं पढ़ें, लिखें और सुनें, बिलकुल निःशुल्क!