pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मौत..... तेरा... भरोसा....न रहा....

3.7
216

RIP श्रीदेवी ""..... मन नहीं मान रहा ,आप चली गई हो, मेरी दुनिया को कई रंगो से भरनेवाली ,भावों को सजानेवाली,चुलबुली शितल "चांदनी" इस जहाँ को विंदा कह गई .... Speechless....

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Hema Ingle

दिल में जो है , वही लिखे, ताकी ये " जिंदगानी सुकून से बहती रहे ... Hello , जिंदगी, जिंदगी क्या हैं रंग भी हैं रंज भी... जियो तो जंग भी है उमंग भी... इसी जिंदगी से मिले कुछ पल, कुछ ख्वाहिशें, कुछ सपने, कुछ कडवाहट इनका अचार बनाके लिखती हुॅ .......संगीत के कारण साहित्य से नाता रहा ....बस उतना ही लिख पाती हुॅ ,ज्यादा नही.... पर भाव मन के उकेरती हुॅ। जिंदगी से कल भी प्यार था , आज भी हैं, कल भी रहेगा...जिंदगी जैसी भी हैं मेरी हमेशा सहेली रही है , मै इसी के साथ मुस्काती हुॅ .......रोना अब बहुत पिछे छोड दिया..... (गायिका,लेखिका,शिक्षीका,चित्रकार,नाट्यकलाकार) (सभी रचनाए काॅपी राईट अधिकार के तहत.. सर्वाधिकार सुरक्षित....) हेमा इंगळे "Musirica नागपूर [email protected]

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Aakash's Effect
    19 जून 2018
    कविता का आरंभ 'कमी' शब्द से है या 'कभी' शब्द से? कमी शब्द का ताल-मेल पंक्ति के अन्य शब्दों से नही हो रहा।
  • author
    22 जुलाई 2018
    बहुत अच्छी रचना लिखी हैं आपने काबिले तारीफ़ रचना हैं शब्दो का उचित इस्तेमाल है और रचना सार्थक हैं
  • author
    24 जून 2018
    nice ...👌✍️✍️🙏🙏
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Aakash's Effect
    19 जून 2018
    कविता का आरंभ 'कमी' शब्द से है या 'कभी' शब्द से? कमी शब्द का ताल-मेल पंक्ति के अन्य शब्दों से नही हो रहा।
  • author
    22 जुलाई 2018
    बहुत अच्छी रचना लिखी हैं आपने काबिले तारीफ़ रचना हैं शब्दो का उचित इस्तेमाल है और रचना सार्थक हैं
  • author
    24 जून 2018
    nice ...👌✍️✍️🙏🙏