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हुशियार

4.5
980

" वाह ! गज़ब का शिल्प और गज़ब की कलाकारी । मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि दूर गाँव में इतनी प्रतिभा बिखरी होगी।" कुम्हार टोले में घुसते ही आस-पास बिखरी खूबसूरत मूर्तियाँ ,बर्तन,खिलौने और सजाने की ...

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लेखक के बारे में
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जानकी वाही

शिक्षिका एवम् लेखिका एक हायकू और एक पिरामिड साझा संग्रह प्रकाशित। लघुकथा ,कहानी लेखन ,कविता, हायकू , वर्ण पिरामिड और अन्य विधाओं में लेखन। कई पत्रिकाओं और समाचारपत्रों में कथाएँ प्रकाशित ।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Gaurav Tandon
    28 जुलाई 2020
    majedar. kuch hatkar h story ..
  • author
    29 सितम्बर 2017
    वाह वाह होशियार भी और समझदार भी...
  • author
    Dhairya Kumawat
    09 मई 2021
    कुम्हार की समझदारी
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    Gaurav Tandon
    28 जुलाई 2020
    majedar. kuch hatkar h story ..
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    29 सितम्बर 2017
    वाह वाह होशियार भी और समझदार भी...
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    Dhairya Kumawat
    09 मई 2021
    कुम्हार की समझदारी