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हंड्रेड मिलियन डॉलर स्माइल

4.0
10984

माँ, अब मैं राजीव के साथ एक पल भी और नही रह सकती।" सरिता अपनी माँ से फ़ोन पर बात करते हुए बोली। "क्यो अब क्या हुआ? फिर से तुम दोनों का झगड़ा हुआ है क्या?, कोमल ने अपनी बेटी से पूछा। "हाँ माँ, अब ...

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लेखक के बारे में
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Rajani Kant

मैं खुद के बारे में ही नही जानता, क्या आप खुद को जानते है?

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Kanchan Shakya "Tammana"
    05 जून 2021
    मुझे इस कहानी की जो चीज पसन्द आयी वही नापसन्द भी आई,मतलब सोच,ये एक अच्छी सोच से लिखी गई कहानी है कि लोग जल्दबाजी में अलग होने का फैसला ले लेते हैं तो उन्हें थोड़ा समझना चाहिए, पर इस कहानी की जो main लाइन है जहां शक वहीं होता जहां प्यार होता ये मुझे बहुत गलत लगा क्योंकि मुझे लगता है जहां प्यार होता है वहां बस प्यार होता है शक के लिए कोई जगह ही नहीं बचती क्योंकि विश्वास की नींव पर ही प्यार टिकता है और ये तो कोई बात ही नहीं हुई कि आदमी आपकी हर कमी पूरी कर रहा तो दोस्तों से या सहेलियों से बात करने की क्या जरूरत,एक आदमी क्या शादी के बाद अपने दोस्तों से बात करना छोड़ देता है नहीं न तो ये एक फालतू की सोच है,हां मोबाइल का जरूरत से ज्यादा यूज़ करना कि आप अपने काम अपनी जिम्मेदारियो पर ध्यान न दो वो बहुत गलत है तो मुझे ये कहानी थोड़ी अच्छी लगी पर जो कमी लगी वो भी बता दी जिसके लिए एक स्टार कम दिया बाकी आपकी कोशिश अच्छी थी
  • author
    Rakesh Pandey
    02 जून 2021
    बहुत अच्छा संदेश देती हुई कहानी, सच मे मोबाइल की वजहों से तमाम आपसी मनमुटाव हो जाते हैं, बड़ी समझदारी से काम लेने की जरूरत है
  • author
    vandna vandna
    06 जून 2021
    Bahut saare gharo ki yahi kahani hogi..mere hubby b phon me lage rehte hai
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    आपकी रेटिंग

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    Kanchan Shakya "Tammana"
    05 जून 2021
    मुझे इस कहानी की जो चीज पसन्द आयी वही नापसन्द भी आई,मतलब सोच,ये एक अच्छी सोच से लिखी गई कहानी है कि लोग जल्दबाजी में अलग होने का फैसला ले लेते हैं तो उन्हें थोड़ा समझना चाहिए, पर इस कहानी की जो main लाइन है जहां शक वहीं होता जहां प्यार होता ये मुझे बहुत गलत लगा क्योंकि मुझे लगता है जहां प्यार होता है वहां बस प्यार होता है शक के लिए कोई जगह ही नहीं बचती क्योंकि विश्वास की नींव पर ही प्यार टिकता है और ये तो कोई बात ही नहीं हुई कि आदमी आपकी हर कमी पूरी कर रहा तो दोस्तों से या सहेलियों से बात करने की क्या जरूरत,एक आदमी क्या शादी के बाद अपने दोस्तों से बात करना छोड़ देता है नहीं न तो ये एक फालतू की सोच है,हां मोबाइल का जरूरत से ज्यादा यूज़ करना कि आप अपने काम अपनी जिम्मेदारियो पर ध्यान न दो वो बहुत गलत है तो मुझे ये कहानी थोड़ी अच्छी लगी पर जो कमी लगी वो भी बता दी जिसके लिए एक स्टार कम दिया बाकी आपकी कोशिश अच्छी थी
  • author
    Rakesh Pandey
    02 जून 2021
    बहुत अच्छा संदेश देती हुई कहानी, सच मे मोबाइल की वजहों से तमाम आपसी मनमुटाव हो जाते हैं, बड़ी समझदारी से काम लेने की जरूरत है
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    vandna vandna
    06 जून 2021
    Bahut saare gharo ki yahi kahani hogi..mere hubby b phon me lage rehte hai