pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

होली गीत ( कविता )

5
7

आओ सारे संगी साथी,          आ जाओ हमजोली  एक दूजे को रंग लगाके             खेलें प्यार से होली  रंग लगाएं ऐसे कि वो            जीवन भर ना छूटे  ईर्ष्या, द्वेष, जलन, नफरत की                कमर ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

लेखन मेरे अंतर्मन की फरमाइश

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Indresh Uniyal
    19 मार्च 2022
    रंग बिरंगी कविता में होली के आनंद के समस्त रंग भरे हुए हैं।
  • author
    Pushpa Kandu
    27 मार्च 2022
    बहुत सुन्दर गीत
  • author
    Karina Gende
    19 मार्च 2022
    very nice👏👏
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Indresh Uniyal
    19 मार्च 2022
    रंग बिरंगी कविता में होली के आनंद के समस्त रंग भरे हुए हैं।
  • author
    Pushpa Kandu
    27 मार्च 2022
    बहुत सुन्दर गीत
  • author
    Karina Gende
    19 मार्च 2022
    very nice👏👏