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हिन्दी

होली

4.3
41906

"कल होली है।" "होगी।" "क्या तुम न मनाओगी?" "नहीं।" ''नहीं?'' ''न ।'' '''क्यों? '' ''क्या बताऊं क्यों?'' ''आखिर कुछ सुनूं भी तो ।'' ''सुनकर क्या करोगे? '' ''जो करते बनेगा ।'' ''तुमसे कुछ भी न बनेगा ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : सुभद्रा कुमारी चौहान जन्म : 16 अगस्त 1904, इलाहाबाद(उत्तर प्रदेश) देहावसान : 15 फरवरी 1948, जबलपुर(मध्य प्रदेश) भाषा : हिन्दी विधाएँ : कविता, कहानी सुभद्रा कुमारी चौहान एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं हिन्दी भाषा की एक सुप्रसिद्ध रचनाकार हैं, इनकी कविता झाँसी की रानी एक कालजयी रचना मानी जाती है। इनके सम्मान में भारत सरकार ने एक डाक टिकट जारी किया हुआ है, और साथ ही साथ भारतीय नवसेना ने अपने एक तट-रक्षक जहाज का नाम भी इनके नाम पर रखा है।

समीक्षा
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    Neeru Lakhera
    20 మార్చి 2019
    सहनशीलता स्त्री का स्वाभाविक गुण है।पर जरुरत से ज्यादा सहनशीलता एवं त्याग को उसकी कमजोरी समझ लिया जाता है।स्त्री को अपने आत्मसम्मान की रक्षा स्वयं करनी होगी वरना परिवार और समाज दोनो मे उसका शोषण होता रहेगा ।उसे भी अपनी खुशिया मनाने का पूरा हक है।
  • author
    Sapna Mahapatro
    20 మార్చి 2019
    aurat sehati hai isliye mard julm karte hain....julm karne se bhi jyada galat julm sehena hai....karuna ki jagah main hoti to ussi patthar se pati ka sar phod deti jis patthar se karuna ka sar phata tha....😡😡😡😡
  • author
    Mithilesh Kumari
    20 మార్చి 2019
    आज भी शराबी की औरत इसी तरह त्रस्त है,दुखवा मैं कासे कहूं, की पीड़ा से मुक्त नहीं।
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    Neeru Lakhera
    20 మార్చి 2019
    सहनशीलता स्त्री का स्वाभाविक गुण है।पर जरुरत से ज्यादा सहनशीलता एवं त्याग को उसकी कमजोरी समझ लिया जाता है।स्त्री को अपने आत्मसम्मान की रक्षा स्वयं करनी होगी वरना परिवार और समाज दोनो मे उसका शोषण होता रहेगा ।उसे भी अपनी खुशिया मनाने का पूरा हक है।
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    Sapna Mahapatro
    20 మార్చి 2019
    aurat sehati hai isliye mard julm karte hain....julm karne se bhi jyada galat julm sehena hai....karuna ki jagah main hoti to ussi patthar se pati ka sar phod deti jis patthar se karuna ka sar phata tha....😡😡😡😡
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    Mithilesh Kumari
    20 మార్చి 2019
    आज भी शराबी की औरत इसी तरह त्रस्त है,दुखवा मैं कासे कहूं, की पीड़ा से मुक्त नहीं।