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हींगवाला

4.5
50056

लगभग 35 साल का एक खान आंगन में आकर रुक गया । हमेशा की तरह उसकी आवाज सुनाई दी - ''अम्मा... हींग लोगी?'' पीठ पर बँधे हुए पीपे को खोलकर उसने, नीचे रख दिया और मौलसिरी के नीचे बने हुए चबूतरे पर बैठ गया । ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : सुभद्रा कुमारी चौहान जन्म : 16 अगस्त 1904, इलाहाबाद(उत्तर प्रदेश) देहावसान : 15 फरवरी 1948, जबलपुर(मध्य प्रदेश) भाषा : हिन्दी विधाएँ : कविता, कहानी सुभद्रा कुमारी चौहान एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं हिन्दी भाषा की एक सुप्रसिद्ध रचनाकार हैं, इनकी कविता झाँसी की रानी एक कालजयी रचना मानी जाती है। इनके सम्मान में भारत सरकार ने एक डाक टिकट जारी किया हुआ है, और साथ ही साथ भारतीय नवसेना ने अपने एक तट-रक्षक जहाज का नाम भी इनके नाम पर रखा है।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anupma Tiwari
    07 ഡിസംബര്‍ 2018
    काबुली वाला की याद आ गयी। अति सुंदर लेखनी
  • author
    Nandini Sharma
    25 ഡിസംബര്‍ 2018
    inki likhi khaniyo par koi smiksha karna aisa hoga jaise surj ko Diya dikhana .....🙏...Mai is yogya nahi
  • author
    Vishal Keshrwani
    02 സെപ്റ്റംബര്‍ 2018
    ye kahani hamari hindi ki book me thi aaj padh kar phir se class ka wo perioed yad aa gya aur wo hindi wale sir
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    Anupma Tiwari
    07 ഡിസംബര്‍ 2018
    काबुली वाला की याद आ गयी। अति सुंदर लेखनी
  • author
    Nandini Sharma
    25 ഡിസംബര്‍ 2018
    inki likhi khaniyo par koi smiksha karna aisa hoga jaise surj ko Diya dikhana .....🙏...Mai is yogya nahi
  • author
    Vishal Keshrwani
    02 സെപ്റ്റംബര്‍ 2018
    ye kahani hamari hindi ki book me thi aaj padh kar phir se class ka wo perioed yad aa gya aur wo hindi wale sir