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हिंदी साहित्य में सुधारवाद की अवधारणा .....by Ranjan_

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हिंदी उपन्यासों का आगमन थोड़ी देर से हुआ और जब हुआ तो सुधारवाद काफी प्रमुख बनकर उभरे , 19 वी सताब्दी में तो अधिकतर उपन्यासों में सामाजिक परिवर्तन पर ही विशेष जोड़ दिया जाता था, नवजागरण और ...

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लेखक के बारे में
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Rajeev Ranjan

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समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rajni Katare
    08 नवम्बर 2020
    बेहतरीन लिखा आपने 🙏👍
  • author
    08 नवम्बर 2020
    बहुत अच्छी समीक्षा लिखी है।
  • author
    Sanaya
    08 नवम्बर 2020
    acha likha h
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    Rajni Katare
    08 नवम्बर 2020
    बेहतरीन लिखा आपने 🙏👍
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    08 नवम्बर 2020
    बहुत अच्छी समीक्षा लिखी है।
  • author
    Sanaya
    08 नवम्बर 2020
    acha likha h