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हमारी हिन्दी,हमारा गर्व

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@@@@@ हमारी हिन्दी,हमारा गर्व @@@@@ **************************************** कितनी सुन्दर,कितनी प्यारी,हमारी हिन्दी भाषा है | सभ्यता और संस्कृति की,मानो यह परिभाषा है || देवनागरी जो लिपि है ...

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लेखक के बारे में

अंध विश्वासों और रूढ़ियों के खिलाफ साहित्य सृजन कर समाज में वैज्ञानिक व तार्किक सोच जागृत करने के परम ध्येय के लिए समर्पित लेखक और कवि। आदर्श और नैतिकता को लेखन व भाषण में ही नहीं बल्कि अपने आचरण में उतार कर जीने वाला एक नास्तिक इन्सान।

समीक्षा
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    AnshuPriya Agrawal
    21 फ़रवरी 2020
    लोकमान्य तिलक ने कहा था राष्ट्र के एकीकरण के लिए सर्वमान्य भाषा से अधिक बलशाली कोई तत्व नहीं है मेरे विचार में हिंदी ही ऐसी भाषा है। बहुत ही प्रभावित करने वाली आपकी लेखनी अपने शब्दों में कहूं तो प्रयोग में ला इस भाषा को तो सचमुच कुछ पा जाएगा जूठन पर पलता रहा तो अंत तक पछताएगा इस भाषा को बोल भाग्य इससे तेरा जगने वाला है विदेशी भाषा का मोह मूढ़ केवल तुझको ठगने वाला है।।
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    AnshuPriya Agrawal
    21 फ़रवरी 2020
    लोकमान्य तिलक ने कहा था राष्ट्र के एकीकरण के लिए सर्वमान्य भाषा से अधिक बलशाली कोई तत्व नहीं है मेरे विचार में हिंदी ही ऐसी भाषा है। बहुत ही प्रभावित करने वाली आपकी लेखनी अपने शब्दों में कहूं तो प्रयोग में ला इस भाषा को तो सचमुच कुछ पा जाएगा जूठन पर पलता रहा तो अंत तक पछताएगा इस भाषा को बोल भाग्य इससे तेरा जगने वाला है विदेशी भाषा का मोह मूढ़ केवल तुझको ठगने वाला है।।