pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

हिमखंड

4.3
325

पिघलते हैं हिमखंड सर्द रिश्तों के तुम, प्यार सने विश्वास की उष्णता देकर तो देखो ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
रजनी छाबड़ा

रजनी छाबड़ा (जुलाई 3, 1955) राष्ट्रीयता : भारतीय जन्मस्थान : देहली सेवानिवृत व्याख्याता (अंग्रेज़ी), बहुभाषीय कवयित्री व् अनुवादिका, ब्लॉगर, समीक्षक, Ruminations, Glimpses (U G C Journals) की सम्पादकीय टीम सदस्य, वर्ल्ड यूनियन ऑफ़ पोएट्स की इंटरनेशनल डायरेक्टर 20, ग्लोबल एम्बेसडर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड पीस (I H R A C), स्टार एम्बेसडर ऑफ़ वर्ल्ड पोइट्री, सी इ. ओ व् सस्थापक www.numeropath.com प्रकाशित पुस्तकें : 4 हिंदी काव्य संग्रह 'होने से न होने तक', 'पिघलते हिमखंड', 'सतरंगी खुशी', 'आस की कूंची से' इंग्लिश पोइट्री Mortgaged, Maiden Step, अंकशास्त्र और नामांक -शास्त्र पर 8 पुस्तकें अनुदित पुस्तकें : Aspirations, Initiation, A Night in Sunlight, Swayamprabha , Accursed हिंदी से , Reveries पंजाबी से व् Fathoming Thy Heart, Vent Your Voice, Language Fused in Blood, The Sun on Paper, In the Art Gallery of My Heart, Echoes of Sand -dunes राजस्थानी से इंग्लिश लक्ष्य भाषा में अनुदित; मेरे २ हिंदी काव्य संग्रह 'होने से न होने तक' व् 'पिघलते हिमखंड' मैथिली और पंजाबी में व् अंग्रेज़ी काव्य संग्रह Mortgaged बांग्ला और राजस्थानी में अनुदित व् चुनिन्दा कविताएँ 9 क्षेत्रीय भाषाओँ में अनुदित स्थानीय, राष्ट्रीय व् अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काव्य सम्मेलनों में भागीदारी व् 6 अंतर्राष्ट्रीय काव्य संग्रहों में रचनाएँ सम्मिलित , 1991 से 2010 तक, आकाशवाणी, बीकानेर से निरंतर काव्य पाठ प्रसारण डिजिटल साहित्य में निरंतर योगदान , पोयम हन्टर्स डॉट.कॉम पर अनेकानेक कविताओं के वीडियो , किंडल बुक पब्लिशिंग से 21 इ बुक्स प्रकाशित

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    18 अक्टूबर 2015
    great poem rajni..the flow is very nice . thanks for sharing  ! vijay 
  • author
    Anup Kumar
    30 जून 2020
    रजनी छाबड़ा जी की कविता " हिमखंड" उनकी पहली कविता पढ़ रहा हूँ.सात लाईन की यह मिनी कविता का शीर्षक से ही इसका सार स्पष्ट हो जाता हे इसे है.कविता की अगर गहराई से अध्ययन किया है किया जाय तो ये सात लाईन सप्ताह के सात दिनो तक इसे विवेचना करने मे लग सकता है.मुझ यह कविता बहुत ही प्रेरणादायक लगी. प्यार या प्रेम एक एहसास है जो दिमाग से नही दिल से होता है.प्रेम के बिना जीव न नी रस, फालतू, ब क वास या आधी-अधूरी लगती है.जो स्त्री किसी से सच्चा प्यार करती है उस पर सब कुछ न्याछावर कर देती है, वही स्त्री को जब उनको पता होता है कि आप जिसे प्यार करते है,वो आप को धोखा दे रहा है तो उस पर क्या बीतती है वह वही जान सकता है जो भुक्तभोगी हो. शेष फिर कभी. अनुप। कुमार, वन विभाग, राँची..878 935 9681
  • author
    Sushila Chanani
    31 मई 2020
    बहुत सुन्दर !भाव पूरा हो चुका था इसलिए और विस्तार नही किया पर करने से शायद और अच्छी लगती!
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    18 अक्टूबर 2015
    great poem rajni..the flow is very nice . thanks for sharing  ! vijay 
  • author
    Anup Kumar
    30 जून 2020
    रजनी छाबड़ा जी की कविता " हिमखंड" उनकी पहली कविता पढ़ रहा हूँ.सात लाईन की यह मिनी कविता का शीर्षक से ही इसका सार स्पष्ट हो जाता हे इसे है.कविता की अगर गहराई से अध्ययन किया है किया जाय तो ये सात लाईन सप्ताह के सात दिनो तक इसे विवेचना करने मे लग सकता है.मुझ यह कविता बहुत ही प्रेरणादायक लगी. प्यार या प्रेम एक एहसास है जो दिमाग से नही दिल से होता है.प्रेम के बिना जीव न नी रस, फालतू, ब क वास या आधी-अधूरी लगती है.जो स्त्री किसी से सच्चा प्यार करती है उस पर सब कुछ न्याछावर कर देती है, वही स्त्री को जब उनको पता होता है कि आप जिसे प्यार करते है,वो आप को धोखा दे रहा है तो उस पर क्या बीतती है वह वही जान सकता है जो भुक्तभोगी हो. शेष फिर कभी. अनुप। कुमार, वन विभाग, राँची..878 935 9681
  • author
    Sushila Chanani
    31 मई 2020
    बहुत सुन्दर !भाव पूरा हो चुका था इसलिए और विस्तार नही किया पर करने से शायद और अच्छी लगती!