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हया

4.4
2275

'' दादी मुँह फुला लिया ना फिर अपना! अरे दादी, ये महानगर है महानगर यहाँ की लाइफ स्टाइल ही हाई -फाई है! डिस्को पार्टियां तो देर रात तक चलती है और मैं तो फिर भी थोड़ा जल्दी चली आयी! डीयर दादी आप को मेरे ये पहने कपडे देख कर हैरानी हो रही है ना, प्यारी दादी मैंने तो ये कपडे फिर भी सलीके से पहन रखे है जब की आप ने पब और पार्टियों में लड़कियों का पहनावा देखा ही कहा है! दादी मुँह फुलाए सी चुप-चाप बैठी सुन रही थी और पोती उसे मनाने का प्रयास थी! ''दादी, आप को नाज़ होगा की आप की पोती आप के पोते के कही भी कमतर ...

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लेखक के बारे में

जन्म - 26 फरवरी शिक्षा - पी.जी.डी सी ए., एम.ए (हिंदी,राजस्थानी) लेखन विधा - गद्य-पद्य (हिंदी, राजस्थानी) नाटक - कठपुतलियाँ, संवेदना की संतान, सुनो,हवाएँ कुछ कहती है, डायरी,अंधा कूप, किनारे से परे, अनहेडेड फेस, वो सुबह कभी तो होगी ,बादळी ! बाल नाटक - सेठा रो चंदो, बोई काट्या है, दूरदर्शी, अक्ल बड़ी की भैस, बिना शीर्षक के ! नाट्य निर्देशन - सेठां रो चंदो, मुस्कुराते होठ तड़फता दिल, कठपुतलियाँ ! पुस्तके - किनारे से परे व अन्य नाटक(हिंदी नाटक संग्रह), बोई काट्या है(राजस्थानी बskल नाटक) ओस री बूंदां (काव्य संग्रह) अनुदित - गुजरात dof;fत्र सम्माननिया ''क्रान्ति''मैडम की हिंदी कविताओं का राजस्थानी में अनुवाद - गुजराती , सिंधी , ejkBhs rFkk iatkch esa ! मानद उपाधि - ''राष्ट्र भाषा गौरव'' हिंदी सेवी संस्थान, इलाहबाद द्वारा ! ''काव्य कुमुद'' अखिल भारतीय साहित्य संगम, उदयपुर द्वारा ! ‘साहित्य शिरोमणि‘’(भारतीय वाङ्गमय पीठ, कोलकत्ता) ‘’हिंदी भाषा भूषण सम्मान'' साहित्य मंडल,नाथद्वारा! पुरस्कार - राष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता,(भिलाईवाणी,छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित) में igyk स्थान पुरस्कार! नाटक''किनारे से परे''को लघु नाट्य लेखन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार(उतरी सांस्कृतिक केंद्र, पटियाला द्वारा)!जवाहर कला केंद्र, जयपुर द्वारा आयोजित लघु नाट्य प्रतियोगिताओं में नाटको को सांत्वना पुरस्कार! मूलचंद स्मृति एवार्ड, पीथल पुरस्कार, चन्दर सिंह बिरकाळी बाल साहित्य पुरस्कार,राष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता,(भिलाईवाणी,छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित) में द्वितीय स्थान पुरस्कार !sss sdddddddfffffffffअखिलेश माहेश्वरी पुरस्कार,(सरस्वती साहित्य संगम),मैनपुरी, उत्तर प्रदेश द्वारा! Dqeqn frDdq राष्ट्रीय लघु लघु प्रतियोगिता 2015 में rrh; पुरस्कार!sss सम्मान द्वारा dknEcjh lEeku(tcyiqj),भिलाईवाणी राष्ट्रीय कविता पुरस्कार,(छत्तीसगढ़), जिला प्रशासन बीकानेर,नगर निगम बीकानेर, राजकीय अभियांत्रिक महाविद्यालय बीकानेर,राव बीका जी ट्रस्ट बीकानेर, अखिल भारतीय पुष्टिकर सेवा परिषद,शाखा बीकानेर, 'महृर्षि दयानंद सरस्वती सम्मान''(भिवानी)हरियाणा द्वारा! लोटस क्लब सहित अन्य संस्थाएँ! कथारंग सम्मान, गायत्री प्रकाशन, बीकानेर द्वारा !ssss सहभागिता - साहित्य सम्मलेन, प्रयाग द्वारा मुंबई अधिवेशन,अखिल भारतीय नाट्य महोत्सवों सहित अनेक साहित्यिक कार्यक्रमों, नाट्य महोत्सवों में ! प्रकाशित रचनाएँ - अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं सहित अंतरजाल पत्रिकाओं में,विशेषांकों एवं संकलनों में ! प्रसारण - आकाशवाणी एवं दूरदर्शन पर ! पूर्व सदस्य - ''आधार'' मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार संबद्ध सामाजिक संस्थान ! निवास- सुथारों की बड़ी गुवाड़, बीकानेर-334005 राजस्थान

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rajjo Rani
    17 फ़रवरी 2021
    सही कहा दादी ने। जिन्हें पिछड़ा या गंवार जमाने के लोग कहा जाता था उस समय की लड़कियां लज्जा और संस्कारों में बहुत बहुत बहुत ऊँची थी।
  • author
    Pavan Kumar Pareta
    21 जनवरी 2019
    feminism we wished as manikarnika, but feminism we got like this 😁😁
  • author
    Ravi Rawat
    02 नवम्बर 2018
    sahi kaha apne
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  • author
    Rajjo Rani
    17 फ़रवरी 2021
    सही कहा दादी ने। जिन्हें पिछड़ा या गंवार जमाने के लोग कहा जाता था उस समय की लड़कियां लज्जा और संस्कारों में बहुत बहुत बहुत ऊँची थी।
  • author
    Pavan Kumar Pareta
    21 जनवरी 2019
    feminism we wished as manikarnika, but feminism we got like this 😁😁
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    Ravi Rawat
    02 नवम्बर 2018
    sahi kaha apne