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हवा

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शशांक भूत-प्रेतों में विश्वास नहीं रखता। ऐसी बातें करने के लिए अपनी माँ का भी मज़ाक उड़ाया करता था। वह एक बिंदास, बेबाक, हँसमुख लड़का था। मगर उसकी हँसी उस दिन गायब हो गई जिस दिन...।

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लेखक के बारे में

प्रकाशित पुस्तकें:- कविता संग्रह- क्योंकि मैं औरत हूँ कहानी संग्रह- समुद्र की रेत, मन का मनका फेर, सात दिन की माँ उपन्यास- अबकी नौकरी छोड़ दूँगी, सिंहासन का शीशा

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    13 जुलाई 2018
    मैडम , कहानी बहोत खूब लिखी है आपने। बेहद डरावनी भी है। मगर आपसे विनती है कि आप कहानी का दूसरा अंक भी अवश्य लिखें। जिसमें कहानी का नायक घर सकुशल पहुँचा भी या नहीं ये बताया जाय। और घर पर उसने अपनी माँ को ही पाया या उसी चुड़ैल को ये भी बताया जाय।
  • author
    Gaurav Agrawal
    02 जुलाई 2018
    story needs second part please wtite
  • author
    23 जुलाई 2020
    शशांक का भ्रम बहुत खतरनाक तरीके से टूटा,अक्सर पहाड़ों पर इस तरह की पारलौकिक शक्तियों का निवास होता है,घने जंगल,पेड़ पौधे नम और ठंडे स्थान,झरने और नदियों का सुनसान इलाके उपयुक्त होते है और पहाड़ों पे जल्दी ही ठंड में सूर्यास्त और भी अनुकूल बना देता है...ये कहानी मुझे पूर्णतः सम्पूर्ण लगी...ना ही वो भाभी थी और ना ही वो भाभी का घर,शशांक एक छलावे का शिकार हो जाता अगर सही समय पर ना भागता....बहुत ही रोमांचक और भयानक कहानी...लेखिका पाठक को डराने में पूर्णत सफल हुई...बधाई.😊😊
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    13 जुलाई 2018
    मैडम , कहानी बहोत खूब लिखी है आपने। बेहद डरावनी भी है। मगर आपसे विनती है कि आप कहानी का दूसरा अंक भी अवश्य लिखें। जिसमें कहानी का नायक घर सकुशल पहुँचा भी या नहीं ये बताया जाय। और घर पर उसने अपनी माँ को ही पाया या उसी चुड़ैल को ये भी बताया जाय।
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    Gaurav Agrawal
    02 जुलाई 2018
    story needs second part please wtite
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    23 जुलाई 2020
    शशांक का भ्रम बहुत खतरनाक तरीके से टूटा,अक्सर पहाड़ों पर इस तरह की पारलौकिक शक्तियों का निवास होता है,घने जंगल,पेड़ पौधे नम और ठंडे स्थान,झरने और नदियों का सुनसान इलाके उपयुक्त होते है और पहाड़ों पे जल्दी ही ठंड में सूर्यास्त और भी अनुकूल बना देता है...ये कहानी मुझे पूर्णतः सम्पूर्ण लगी...ना ही वो भाभी थी और ना ही वो भाभी का घर,शशांक एक छलावे का शिकार हो जाता अगर सही समय पर ना भागता....बहुत ही रोमांचक और भयानक कहानी...लेखिका पाठक को डराने में पूर्णत सफल हुई...बधाई.😊😊