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हास्य-व्यंग्य-अधुरा सपना ।

4.9
30

मनुष्य जीवन में सपना का एक महत्वपूर्ण स्थान है जिसने सपना नहीं ...

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लेखक के बारे में

मैं मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय/समस्तीपुर में मुख्य कार्यालय अधीझक के पद पर दिनांक-31-1-2020 तक कार्यरत था ,अब रेल से सेवानिवृत्त हो गया हूँ और रचना के संसार में रहकर देश और समाज की सेवा करना चाहते हैं ।मेरा जन्म सात जनवरी 1960 को पटना में कृष्णाष्ठमी के दिन हुआ था ।अभी मैं अपने नये घर ,फुलवारीशरीफ, पटना में रह रहा हूँ। मेरा मोबाइल फोन न-9386551434 है।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Archana Tripathi
    03 जून 2020
    सही कहा आपने बहुत सुन्दर प्रस्तुति है आपकी सर जी नमस्कार। पौराणिक कथाओं में भी सपने पूरे नही होते है।
  • author
    S Shukla
    03 जून 2020
    बहुत अच्छी प्रस्तुति हैं सर् चारों युगों का उदाहरण दे डाले आप😊👌👌
  • author
    मनोज कुमार
    03 जून 2020
    पूरा इतिहास.... वर्तमान की विवेचना..... लाजवाब👌👌👌
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    Archana Tripathi
    03 जून 2020
    सही कहा आपने बहुत सुन्दर प्रस्तुति है आपकी सर जी नमस्कार। पौराणिक कथाओं में भी सपने पूरे नही होते है।
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    S Shukla
    03 जून 2020
    बहुत अच्छी प्रस्तुति हैं सर् चारों युगों का उदाहरण दे डाले आप😊👌👌
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    मनोज कुमार
    03 जून 2020
    पूरा इतिहास.... वर्तमान की विवेचना..... लाजवाब👌👌👌