pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

हरजाई

4789
4.1

रिया, ये नाम मुझे कचोटने लगा। दिल में एक सवाल रह रह कर उठने लगा कि कहीं ये मेरी रिया तो नहीं है? फिर खुद को दिलासा देते हुए मन ही मन खुद को समझाते हुए कहता, नहीं नहीं मेरी रिया ऐसा नहीं कर सकती।