pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

हार के आगे जीत

4.3
2983

एक डिप्टी कलेक्टर की संधर्ष भरी कहानी ,जो बिल्कुल पिछड़े गांव से शुरू होकर एम पी पीएस सी तक साथ रही। बहुत सारे उतार चढ़ाव के बाद भी उसनेे हार नहीं मानी और लक्ष्य प्राप्त कर के दिखाया ।

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Samta Parmeshwar

मैं एक गृहिणी हूं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Avdhesh Saxena
    07 अप्रैल 2020
    संकल्प, लगन और परिश्रम का परिणाम सदैव ही सकारात्मक होता है। यह कहानी इस का सटीक उदाहरण है।
  • author
    Shashilata Pandey
    29 जुलाई 2020
    ये कहानी आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।
  • author
    GOPAL KAUSHAL
    18 मार्च 2021
    bilkul sahi se Rishikesh kahani ke jaise har ke aage Jeet hai kabhi bhi aadami ko harane ki jindagi se lagatar ka Trichy Bina tha ki aur Bina ruke safalta jarur milegi ya ho sakta hai ki kabhi jaldi
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Avdhesh Saxena
    07 अप्रैल 2020
    संकल्प, लगन और परिश्रम का परिणाम सदैव ही सकारात्मक होता है। यह कहानी इस का सटीक उदाहरण है।
  • author
    Shashilata Pandey
    29 जुलाई 2020
    ये कहानी आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।
  • author
    GOPAL KAUSHAL
    18 मार्च 2021
    bilkul sahi se Rishikesh kahani ke jaise har ke aage Jeet hai kabhi bhi aadami ko harane ki jindagi se lagatar ka Trichy Bina tha ki aur Bina ruke safalta jarur milegi ya ho sakta hai ki kabhi jaldi