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कुछ रंजिशें थी, कुछ अधूरी ख्वाहिशे थी, कुछ गम थे, कुछ सवाल थे, कुछ असफलताए थी, लेकिन इस साल में कुछ तो बात थी, बहुत कुछ शिखा गया ये साल, और कुछ यादे भी थी बेमिसाल, बिता साल जा चुका है, और आने ...