pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

हमारी बांसुरी

5
6

कन्हैया बजाए अपनी मधुर बांसुरी सखियों साथ मिल  हम सुनें बांसुरी काश यह सपना  कभी सच हो जाए सदा के लिए हो जाए हमारी बांसुरी। ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

श्रीमती सुबोध चतुर्वेदी ,कथाकार ,कवियित्री हैं ,उनकी चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है | 'एक और बसंत ",तथा "अपना आकाश " ,काव्य संकलन एवं "नियति-चक्र " तथा "जाहि विधि राखे राम ",कथा -संकलन प्रकाशित हो चुके हैं | अन्य कथा संकलन "धूप छांह ","मृग तृष्णा " नाम से प्रकाशित हुए हैं |एक उपन्यास "लतिका " नाम से प्रकाशित हुआ है। एक नवीन काव्य संग्रह "सुबोधिनी" नाम से प्रकाशित हो चुका है।संस्मरण की पुस्तक "सुधियों के दीप"नाम से प्रकाश में आ चुकी है,जिसे पाठकों का भरपूर प्यार मिला है। "आपको पुरस्कृत भी किया जा चुका है |आपकी कुल नौ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    07 অগাস্ট 2023
    लाजवाब पेशकश बेहतरीन रचना 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💐💐💐💐💐💐💐🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🏵🏵🏵🏵🏵🏵💐💐💐💐💐💐 मेरी भी रचनाएँ पढ़े और आप की महत्वपूर्ण समिक्षा दे शुक्रिया ।।
  • author
    sinju maurya
    07 অগাস্ট 2023
    बहुत बेहतरीन अभिव्यक्ति ✍️👌👌👌👌👌🌻🌻🌻🌻✍️👌👌👌👌👌🌻✍️
  • author
    Saurabh dixit
    07 অগাস্ট 2023
    भावात्मक प्रस्तुति 👌👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    07 অগাস্ট 2023
    लाजवाब पेशकश बेहतरीन रचना 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💐💐💐💐💐💐💐🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🏵🏵🏵🏵🏵🏵💐💐💐💐💐💐 मेरी भी रचनाएँ पढ़े और आप की महत्वपूर्ण समिक्षा दे शुक्रिया ।।
  • author
    sinju maurya
    07 অগাস্ট 2023
    बहुत बेहतरीन अभिव्यक्ति ✍️👌👌👌👌👌🌻🌻🌻🌻✍️👌👌👌👌👌🌻✍️
  • author
    Saurabh dixit
    07 অগাস্ট 2023
    भावात्मक प्रस्तुति 👌👌