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हमारी अपनी इच्छाएं ही हमारी उन्नति में बाधक है

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हमारी अपनी इच्छाएं ही हमारी उन्नति में बाधक है, हम बहुत सारी योजनाएं बनाते हैं, हमको लोभ और संग्रह की ओर प्रेरित करती हैं।  उसके लिए धन जुटाते हैं , कुछ पूरी हो जाती हैं, कुछ अधूरी रह जाती हैं ,  ...

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लेखक के बारे में
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Ashwani Kumar

मैं भी साहित्य प्रेमी हूँ। मुझे कही कुछ कहने, लिखने, पढ़ने,का मौका नहीं मिला,सो मैं आप लोगों के बीच आज गया । यह मेरा तीसरा प्रवेश है । इसके पूर्व लगभग 300 से ऊपर पहली बार,दूसरी बार भी 350 से ऊपर रचना लिखा था । अब मैं पुन प्रवेश किया हूं,आप लोगों का स्नेह मिले ,

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    बहोत अच्छी कहानी आपने लिखी है वेरी नाइस सुपर से भी ऊपर लाजवाब बेहतरीन आपने लिखा है
  • author
    Seema Bano
    04 दिसम्बर 2021
    वाह बहुत ही खूबसूरत रचना शानदार अभिव्यक्ति
  • author
    05 दिसम्बर 2021
    ,💟💘✍️👌🤗🤗👍👍🤔🤔👍👋🥇👌✍️💘💟
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    बहोत अच्छी कहानी आपने लिखी है वेरी नाइस सुपर से भी ऊपर लाजवाब बेहतरीन आपने लिखा है
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    Seema Bano
    04 दिसम्बर 2021
    वाह बहुत ही खूबसूरत रचना शानदार अभिव्यक्ति
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    05 दिसम्बर 2021
    ,💟💘✍️👌🤗🤗👍👍🤔🤔👍👋🥇👌✍️💘💟