आज दशहरा है........ आज शाम को रावण दहन पर उसका भी दहन कर देंगे...... कलमोही ..... आई जब से खाए जा रही है ....जिस दिन घर में पांव रखा है दूसरे दिन ही अपने ससुर को खा गई सविता अपने बेटे को कहती है ...
आज दशहरा है........ आज शाम को रावण दहन पर उसका भी दहन कर देंगे...... कलमोही ..... आई जब से खाए जा रही है ....जिस दिन घर में पांव रखा है दूसरे दिन ही अपने ससुर को खा गई सविता अपने बेटे को कहती है ...