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गुरूचरित्र - अध्याय ४३

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श्रीगणेशाय नम: । श्रीगुरु म्हणती द्विजसी । या अनंतव्रतासी । भक्तिपूर्वक निश्चयेंसी । पूर्वी बहुतीं आराधिलें ॥१॥ युधिष्ठिर पंडुसुत । तयानें आचरिलें हें व्रत । राज्य लाधला त्वरित । ऐसें व्रत हें ...

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    Manav Mhatre "【हिरण्मय】"
    08 फ़रवरी 2022
    श्री गुरुदेव दत्त .🙏
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    Manav Mhatre "【हिरण्मय】"
    08 फ़रवरी 2022
    श्री गुरुदेव दत्त .🙏