pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

गुमनाम प्रियतम के नाम एक खत

5
29

.....✍️ एक तो अमावस गहराई सी उस पर प्रिय की प्रीत सघन पल छिन टोह रहे चौखट पर उमग उमग आता है मन ❤️ मेरे सांवले सजन निमड़े की छांव सी तुम्हारी मधुर प्रतीति कैर के कांटों सी तुम्हारे बिरहा के दंश ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Deepa Khetawat
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pushpindra Bhandari
    20 मई 2019
    बेहद खूबसूरत ख़त , काश कि पहुंचें प्रियतम के पास
  • author
    Soniya Miglani
    19 मई 2019
    लाजवाब अहसासों की लडी़ पिरोई है आपने वाहहस
  • author
    Kumud Kushwaha
    18 मई 2019
    सुन्दर शब्द संयोजन । सरस भावयुक्त कविता ।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pushpindra Bhandari
    20 मई 2019
    बेहद खूबसूरत ख़त , काश कि पहुंचें प्रियतम के पास
  • author
    Soniya Miglani
    19 मई 2019
    लाजवाब अहसासों की लडी़ पिरोई है आपने वाहहस
  • author
    Kumud Kushwaha
    18 मई 2019
    सुन्दर शब्द संयोजन । सरस भावयुक्त कविता ।