पंखुडी को कलियों में छुपाये तुम। कितनी प्यारी लगती हो, मैं तो तुम्हे देखकर खुश होती हूँ, और चाहती हूँ जानना, तुम्हारी प्यारी सी मुस्कुराहट। की राज को, क्या। मैं सब में बंट दूँ, लोगों को भी तुम्हारी ...
पंखुडी को कलियों में छुपाये तुम। कितनी प्यारी लगती हो, मैं तो तुम्हे देखकर खुश होती हूँ, और चाहती हूँ जानना, तुम्हारी प्यारी सी मुस्कुराहट। की राज को, क्या। मैं सब में बंट दूँ, लोगों को भी तुम्हारी ...