सारे जवाब देता है सबका गूगल बाबा, पर एक जवाब बताओ तो जाने! इन्सानियत कहां पाई जाती है? उत्तर मिल जाए तो प्रतिलिपि , एप पर भेज देना बाबा। सर्वजन हिताय - स्वरचित क्षणिका -रीना ढोले ...
मैं एक शिक्षिका हूं। मुझे सम्पूर्ण मानवजाति से प्रेम है। पढ़ना, लिखना, एवं साहित्य रचना मेरी आत्मा है। मैं सम्पूर्ण सृष्टि में मानवता की भावना का प्रचार करना चाहती हूं।
धन्यवाद
सारांश
मैं एक शिक्षिका हूं। मुझे सम्पूर्ण मानवजाति से प्रेम है। पढ़ना, लिखना, एवं साहित्य रचना मेरी आत्मा है। मैं सम्पूर्ण सृष्टि में मानवता की भावना का प्रचार करना चाहती हूं।
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रिपोर्ट की समस्या
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