pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

गिरिजा टिक्कू

5
35

मैं लिखना चाहती थी उस पर… जब तुम….       पिता की प्यारी बेटी थी उन्मुक्त तितली बन उड़ती थी…. पर…. अब लिखना है   उस दर्द पर.. लेखन क्षमता जो     मुझ में नहीं है... पीड़ा को तुम्हारी           ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Neena Mahajan

कभी हादसों की शय में कभी सदमों की गिरफ्त में.. क्या कहें अब तलक ये जिंदगी कैसे बीती..

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    संदेश
    04 অক্টোবর 2022
    बहुत ही मार्मिक रचना लिखी है आपने 👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼
  • author
    Shashank Baranwal
    04 এপ্রিল 2022
    aapne bht axhq likha hai 👌
  • author
    बहुत ही मार्मिक रचना लिखा है आपने मैंम 🌷🌷🌷☘️☘️☘️👌🏻👌🏻👌🏻🌺🌺🌺🍃🍃🍃🌸🌸🌸🌿🌿🌿💮💮💮🍂🍂🍂🍂🍀🍀🍀🍁🍁🍁 🌷🌷🌷☘️☘️☘️👌🏻👌🏻👌🏻🌺🌺🌺🍃🍃🍃🌸🌸🌸🌿🌿🌿💮💮💮🍂🍂🍂🍂🍀🍀🍀🍁🍁🍁 🌷🌷🌷☘️☘️☘️👌🏻👌🏻👌🏻🌺🌺🌺🍃🍃🍃🌸🌸🌸🌿🌿🌿💮💮💮🍂🍂🍂🍂🍀🍀🍀🍁🍁🍁 🌷🌷🌷☘️☘️☘️👌🏻👌🏻👌🏻🌺🌺🌺🍃🍃🍃🌸🌸🌸🌿🌿🌿💮💮💮🍂🍂🍂🍂🍀🍀🍀🍁🍁🍁
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    संदेश
    04 অক্টোবর 2022
    बहुत ही मार्मिक रचना लिखी है आपने 👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼
  • author
    Shashank Baranwal
    04 এপ্রিল 2022
    aapne bht axhq likha hai 👌
  • author
    बहुत ही मार्मिक रचना लिखा है आपने मैंम 🌷🌷🌷☘️☘️☘️👌🏻👌🏻👌🏻🌺🌺🌺🍃🍃🍃🌸🌸🌸🌿🌿🌿💮💮💮🍂🍂🍂🍂🍀🍀🍀🍁🍁🍁 🌷🌷🌷☘️☘️☘️👌🏻👌🏻👌🏻🌺🌺🌺🍃🍃🍃🌸🌸🌸🌿🌿🌿💮💮💮🍂🍂🍂🍂🍀🍀🍀🍁🍁🍁 🌷🌷🌷☘️☘️☘️👌🏻👌🏻👌🏻🌺🌺🌺🍃🍃🍃🌸🌸🌸🌿🌿🌿💮💮💮🍂🍂🍂🍂🍀🍀🍀🍁🍁🍁 🌷🌷🌷☘️☘️☘️👌🏻👌🏻👌🏻🌺🌺🌺🍃🍃🍃🌸🌸🌸🌿🌿🌿💮💮💮🍂🍂🍂🍂🍀🍀🍀🍁🍁🍁