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इश्क दुआ बन जाता है जब सहेज लेता है कोई ढाई अक्षर की इबारत दिल की किताब पर संवर उठती है कायनात सूरज के लाल दरवाजे तक तोरने बंध जाती हैं ढोलक पर गाए जाते हैं गीत अनंत जन्मों के ...