बहुत ही सारगर्भित और सार्थक रचना प्रस्तुति की है बिल्कुल सही कहा आपने व्यस्त जीवनशैली में अपने लिए समय निकालना बहुत मुश्किल काम होता है,,,, चप्पलें पैरों में पहन कर तो हम अपने घर गृहस्थी के कामों को पूरा करती है,,,जब हमें आराम करने का समय नहीं मिलता तो पैरों में हर वक़्त पहनने वाली चप्पलें कैसे नहीं घिसें गी,,,,, आपने एक नारी की नियमित दिनचर्या को बहुत ही सारगर्भित और सार्थक तरीके से अभिव्यक्ति किया है सुन्दर प्रस्तुति 👌👌👌👌👌👌👌👌👌
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
बहुत खूब लिखा सभी का यही दिनचर्या है । सुबह का जो नास्ता रह जाता है वही फिर बाद में कमजोरी कर देता है । पर क्या करे लगभग सभी महिलाओं का यही हाल है ।उन्हें काम से फुर्सत ही नहीं मिलती । 👌👌
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
बहुत ही सारगर्भित और सार्थक रचना प्रस्तुति की है बिल्कुल सही कहा आपने व्यस्त जीवनशैली में अपने लिए समय निकालना बहुत मुश्किल काम होता है,,,, चप्पलें पैरों में पहन कर तो हम अपने घर गृहस्थी के कामों को पूरा करती है,,,जब हमें आराम करने का समय नहीं मिलता तो पैरों में हर वक़्त पहनने वाली चप्पलें कैसे नहीं घिसें गी,,,,, आपने एक नारी की नियमित दिनचर्या को बहुत ही सारगर्भित और सार्थक तरीके से अभिव्यक्ति किया है सुन्दर प्रस्तुति 👌👌👌👌👌👌👌👌👌
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
बहुत खूब लिखा सभी का यही दिनचर्या है । सुबह का जो नास्ता रह जाता है वही फिर बाद में कमजोरी कर देता है । पर क्या करे लगभग सभी महिलाओं का यही हाल है ।उन्हें काम से फुर्सत ही नहीं मिलती । 👌👌
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या