बह्र~~ 2122 1212 22 फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फेलुन साहब जी... दिल में कुछ और भी जला होगा तो धुँआ प्यार का उडा होगा होंगे पलकों से छलके आँसू भी दूर जब हम से तू गया होगा है उसी पे यकीन हमको ...
मैं सतपुड़ा की तलहटी में ,इंद्रावती नदी के तट पर बसा वनांचल गांव बिस्टान से तालुक रखता हूँ ।जीवन में हर एक की ख्वाईश होती है।मेरी भी है।ऊंचाइयां भले ही न मिले।पर दिलों में सदियों तक जिन्दा रहूं।
सारांश
मैं सतपुड़ा की तलहटी में ,इंद्रावती नदी के तट पर बसा वनांचल गांव बिस्टान से तालुक रखता हूँ ।जीवन में हर एक की ख्वाईश होती है।मेरी भी है।ऊंचाइयां भले ही न मिले।पर दिलों में सदियों तक जिन्दा रहूं।
रिपोर्ट की समस्या
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