pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

"घरों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने के कारण"

5
156

आज के वर्तमान परिदृश्य में घरों की आर्थिक स्थिति बिगड़ती ही जा रही है।घर में सुख- शांति तथा धन की कमी को दूर करने के लिए आर्थिक स्थिति का ठीक होना बहुत ही जरूरी होता है। आज के व्यस्तम भागदौड़ भरी ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Santosh Kumar Gupta

"जिंदगी जिंदादिली का नाम है और अच्छे कार्यो से होती आपकी पहचान है।" रेलवे में जॉब करने के बावजूद साहित्य से अथाह प्रेम होने के कारण लेखन में रुचि जगी।मैं मूलतः बिहार राज्य के सीतामढ़ी जिला का निवासी हूँ लेकिन वर्तमान में पिछले 14 सालों से उत्तरप्रदेश राज्य के कानपुर नगर में निवास कर रहा हूँ जो कि मेरी कार्यस्थली है।। हर पल हकीकत को बयां करता हूँ इसीलिए, लेखनी के करीब रहता हूँ।। दिल में सदैव जज्बात सही रखता हूँ इसीलिए अल्फाजों को लिखने से पहले खुद उस दर्द को महसूस करता हूँ।। ✍️"संतोष कुमार गुप्ता"

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    R.K shrivastava
    18 अगस्त 2019
    बहुत बढ़िया ! आदमी को कंजूस नहीं मितव्ययी होना चाहिए ! फालतू और दिखावे के कामों में अंधाधुंध खर्च करके गरीबी और मँहगाई का हर समय रोना रोनेवाले मूर्ख ही होते हैं ।
  • author
    19 अगस्त 2019
    बहुत सुदर लाजवाब रचना गुप्ता जी।...बहुत ही सुंदर और उपयोगी संदेश देती रचना... जय श्री कृष्ण....
  • author
    Vijaykant Verma
    18 अगस्त 2019
    बहुत सुंदर और सही लिखा है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    R.K shrivastava
    18 अगस्त 2019
    बहुत बढ़िया ! आदमी को कंजूस नहीं मितव्ययी होना चाहिए ! फालतू और दिखावे के कामों में अंधाधुंध खर्च करके गरीबी और मँहगाई का हर समय रोना रोनेवाले मूर्ख ही होते हैं ।
  • author
    19 अगस्त 2019
    बहुत सुदर लाजवाब रचना गुप्ता जी।...बहुत ही सुंदर और उपयोगी संदेश देती रचना... जय श्री कृष्ण....
  • author
    Vijaykant Verma
    18 अगस्त 2019
    बहुत सुंदर और सही लिखा है