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घर का मुखिया

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घर के बाहर टैक्सी आकर रुकी थी। अनुराधा ने बाहर झांककर देखा तो मालती जी टैक्सी के बाहर निकल कर इंतजार कर रही थी कि घर में से कोई तो उन्हें लेने आए। लेकिन घर में बेटा राजेश, बहू अनुराधा दोनों मौजूद थे। ...

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लेखक के बारे में
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Laxmi Kumawat
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Avani Sharma
    06 ఫిబ్రవరి 2024
    बच्चे कमाने लगते हैं तो ऐसे कैसे हो जाते हैं कि अपने माता-पिता को ही कुछ नहीं समझते
  • author
    Lubna Rehman
    14 మే 2024
    Bahut achha faisla kiya malti ji ne HR maa ko aise hi hona chahiye
  • author
    Unknown सैनी
    27 జులై 2023
    bahut acha kiya malti ji ne.. bahut badiya rachna
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  • author
    Avani Sharma
    06 ఫిబ్రవరి 2024
    बच्चे कमाने लगते हैं तो ऐसे कैसे हो जाते हैं कि अपने माता-पिता को ही कुछ नहीं समझते
  • author
    Lubna Rehman
    14 మే 2024
    Bahut achha faisla kiya malti ji ne HR maa ko aise hi hona chahiye
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    Unknown सैनी
    27 జులై 2023
    bahut acha kiya malti ji ne.. bahut badiya rachna