pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

ग़ज़ल : इम्तहान लाया है

4.9
145

जिंदगी के इम्तहान में कोई याद कर ले तो समझो आप पास, मैंने याद किया तो तुम पास, मगर मैं....

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
लता शर्मा

तुम आए जिंदगी में, जिंदगी फूलों सी हो गई, हर पल महकी महकी सी रहूं, मैं जैसे कोई इत्र हो गई.. मिले हो तुम जबसे दिल कहे, हां, सखी तुझे भी मुहब्बत हो गई..😘 ©सखी

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    विद्या शर्मा
    22 अगस्त 2018
    beautiful ..hr line dil ko chhu gyi..
  • author
    17 अगस्त 2018
    wahhhhh,,,, जिओ रे👌👌👌👌
  • author
    विकास कुमार
    17 अगस्त 2018
    वाह, सखी जी.. बेहतरीन
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    विद्या शर्मा
    22 अगस्त 2018
    beautiful ..hr line dil ko chhu gyi..
  • author
    17 अगस्त 2018
    wahhhhh,,,, जिओ रे👌👌👌👌
  • author
    विकास कुमार
    17 अगस्त 2018
    वाह, सखी जी.. बेहतरीन