pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

गौना

4.5
43165

गौना लाओ न बाप्पू .... .......................... सातवीं कक्षा में पढने वाले सुमेर का आज विवाह था ,पडोस के गाँव की लडकी रूपा से | भाँवर लेते समय सुमेर सोच रहा था की ,काश इतनी जोर से आंधी चले कि रूपा ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
रिफ़अत शाहीन

रिफ़अत शाहीन का बचपन ही साहित्यिक परिवेश में बीता, नाना उर्दू के प्रख्यात साहित्यकार रहे , पिता प्रख्यात शायर.. माँ और नानी भी लेखन से जुडी रहीं । ऐसे में लेखिका ने बालवय में ही लिखना शुरू कर दिया । 10 वर्ष की आयु में लेखिका की पहली पुस्तक...बूझो तो जाने ..हिंदी उर्दू दोनों भाषा में प्रकाशित हुई। फिर तो लेखन को एक गति मिल गई ...18 वर्ष की आयु में एक पुस्तक., . औरत कमज़ोर नही, प्रकाशित हुई ..फिर लेखिका रेडियो और दूरदर्शन से जुड़ीं, थियेटर और फ़िल्म लेखन भी जारी है, अम्रर उजाला पत्र में भी लिखतीं रही, विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में लिखा , वर्तमान में एक अख़बार में ब्यूरो होने के साथ,साथ एक मासिक पत्रिका की सम्पादक, और मान्यता प्राप्त पत्रकार भी है । उर्दू अकेडमी उत्तर प्रदेश से एक नॉवेल...एक और अमीरन ..2016 में प्रकाशित हुई, एक नॉवेल ...गुलनार लोधी प्रेस में है, हिंदी संस्थान की पत्रिका साहित्य भारती में भी रचनाये प्रकाशित होती रहती है, सरस्वती सुमन, सृजन सरोकार, साहित्य सृजन ,और अन्य मासिक पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं,।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    17 ফেব্রুয়ারি 2018
    shaheen ji, salute h apko.jin reeti riwazo per log kuch bolne se bhi hichkichate,us baare me sachcha or bebaak bayaan. hats off to you.u r really genius... shandaar..... zabardast...... zindabaad.... u deserve galaxy of stars for it. ..... ✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴
  • author
    arvind kumar mishra arvind kumar mishra
    27 মে 2019
    कहानी एकदम वास्तविक और यथार्थ लगी रचनाकार ने एकदम सच से साक्षात्कार कराया है किंतु रूपा को छोड़कर भाग जाना कहानी में कुछ अतिरेक लगता है।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    17 ফেব্রুয়ারি 2018
    shaheen ji, salute h apko.jin reeti riwazo per log kuch bolne se bhi hichkichate,us baare me sachcha or bebaak bayaan. hats off to you.u r really genius... shandaar..... zabardast...... zindabaad.... u deserve galaxy of stars for it. ..... ✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴✴
  • author
    arvind kumar mishra arvind kumar mishra
    27 মে 2019
    कहानी एकदम वास्तविक और यथार्थ लगी रचनाकार ने एकदम सच से साक्षात्कार कराया है किंतु रूपा को छोड़कर भाग जाना कहानी में कुछ अतिरेक लगता है।