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गंदे लोग

4.5
379

आज भी बहुत बारिश हो रही है और मां की कही बात याद आ गई। ऑफिस के लिए निकला ही था कि बारिश तेज़ हो गई और थोड़ी देर की बारिश से ही गड्ढे सराबोर हो गए। सामने एक सज्जन बारिश से गड्ढ़ों के भरे होने के ...

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    विकास कुमार
    17 जुलाई 2020
    आपका मैसेज बहुत बड़ा है, काश लोग समझ जायें.।
  • author
    17 जुलाई 2020
    सार्थक सृजन सत्य है ।
  • author
    दोषी
    17 जुलाई 2020
    लाज़वाब...अति सुंदर
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    विकास कुमार
    17 जुलाई 2020
    आपका मैसेज बहुत बड़ा है, काश लोग समझ जायें.।
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    17 जुलाई 2020
    सार्थक सृजन सत्य है ।
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    दोषी
    17 जुलाई 2020
    लाज़वाब...अति सुंदर