pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

गली मोहब्बत वाली

4.4
4083

मेरा यादों से अक्सर राबता होता है। और यादों में मोहब्बत की गलियां में बदस्तूर जाना लगा रहता है। चलिए आज आपको ज़िन्दगी की तपिश से कुछ निजात दिलाई जाए और उस ठंडी, सुकून देती गली मोहब्बत वाली की सैर ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
कहानी Café

कहानी Café में आपका स्वागत है। यहाँ मिलेंगी आपको कुछ बेहतरीन कहानियाँ जो आपका नज़रिया बदल देंगी। आपकी कॉफ़ी की हर चुस्की के लिए हैं ये कहानियां। मगर अपनी कॉफ़ी साथ लाइएगा क्यूंकि यहाँ कॉफ़ी नहीं , कहानियाँ मिलती हैं। ======= कहानी Café की एक्सक्लुज़िव कहानियों की तीसरी क़िताब आप नीचे दिए लिंक से महज़ 51 रुपये में ख़रीद सकते हैं। https://www.amazon.in/dp/B07PKV6QVB/ref=cm_sw_r_wa_awdo_t1_MIaHCbNHKCSW2 ======= मेरी आवाज़ में मेरी कहानियाँ सुनें अब यूट्यूब पर "कहानी कैफ़े" नाम के मेरे चैनल पर। चैनल: https://www.youtube.com/kahanicafe ======= ईमेल: [email protected]

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    20 मई 2017
    अच्छा लिखा है। सूक्ष्म कलम है आपकी। ध्यान से ना पढ़ो तो भाव हाथ से निकल जाए। अपनी कहानी पर आपके किये हुए कमेंट से मैं आप तक पहुँचा हूँ। और यहाँ पहुंचा तो खजाना मिला।
  • author
    Khushi Bharadwaj
    03 फ़रवरी 2019
    heart touching 💞
  • author
    Hema Fartiyal
    24 अप्रैल 2018
    कही छुआ ऐसा लगा, हम भी यादों के शहर घूम आये बेहतरीन कलम शब्द आपके लेकिन एहसास अपना लगा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    20 मई 2017
    अच्छा लिखा है। सूक्ष्म कलम है आपकी। ध्यान से ना पढ़ो तो भाव हाथ से निकल जाए। अपनी कहानी पर आपके किये हुए कमेंट से मैं आप तक पहुँचा हूँ। और यहाँ पहुंचा तो खजाना मिला।
  • author
    Khushi Bharadwaj
    03 फ़रवरी 2019
    heart touching 💞
  • author
    Hema Fartiyal
    24 अप्रैल 2018
    कही छुआ ऐसा लगा, हम भी यादों के शहर घूम आये बेहतरीन कलम शब्द आपके लेकिन एहसास अपना लगा