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गलतफहमी

4.4
253

सहेलियों की घनिष्ठता उनकी पहचान में गलतफहमी उत्पन्न कर सकती है, इसी को केंद्र बनाकर इस प्रेमकहानी का ताना बाना बुना है..!

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लेखक के बारे में
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Dr. Vandana Gupta

मुझे हमेशा अंकों में उलझते हुए भी शब्दों से खेलते हुए सुकून की तलाश रही है। बचपन से ही मनोभावों को डायरी के पन्नों में छुपाया है, कविताओं के रूप में। प्रकृति से राग और अपनों से अनुराग के कुछ पल, मानवीय संवेदनाओं में डूबा मन कभी खुश होता, कभी उदास, कभी प्रेम में डूबा तो कभी अलगाव की पीड़ा से बेचैन। जिंदगी के कई पहलुओं को नजदीक से जाना तो कुछ आज तक अनछुए ही रहे। जीवन की संगति और विसंगति से उपजी रचनाओं में खुशी, उदासी, प्रेम, पर्व, अलगाव, संस्कार और अपनत्व जैसे जिंदगी के रंग भरने का प्रयास रहता है।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Kiran Singh
    28 दिसम्बर 2018
    दिल को छूने बाली रचना
  • author
    Pratima Preet
    05 दिसम्बर 2021
    haa galatfahmi kabhi kabhi bhaari pad jati h
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  • author
    Kiran Singh
    28 दिसम्बर 2018
    दिल को छूने बाली रचना
  • author
    Pratima Preet
    05 दिसम्बर 2021
    haa galatfahmi kabhi kabhi bhaari pad jati h