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गलतफहमी

4.3
40967

उसके कमर के लोच सिहरन पैदा करते थे , शायद उन्हें बिजलियों ने बनाया होगा।

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लेखक के बारे में
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आकाश गौरव

कभी सोचा था हमने कि वक्त आने पे अपनी कहानियां बुनेंगे, जब वक्त आया तो कहानियों ने हमें ही बुन डाला। FB =// https://www.facebook.com/akash.gaurav.1466

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sumit Khushlani
    30 नवम्बर 2018
    Story is perfect but the end sentence of hero is not good. Because a true lover never think these type things about his love.
  • author
    Lalit Negi
    03 फ़रवरी 2018
    सबसे प्रभावी है कहानी का क्लाइमैक्स। किसी चीप नावेल की तरह इस कहानी में अंत में दोनों का मेल नहीं दिखाया यह बहुत अच्छा किया। प्रैक्टिकल दिखाया
  • author
    Rachna Sharma
    29 अगस्त 2020
    Nice but last line ya sentence बहुत ही galt the true love करने वाला person esa नहीं कह सकता वो reply नहीं देता to भी ठीक था मोन अपने आप मे एक बहुत बड़ा ज़वाब होता,,, माफ़ी chaahugi यदि आपको मेरे शब्द अनुचित लगे to
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    Sumit Khushlani
    30 नवम्बर 2018
    Story is perfect but the end sentence of hero is not good. Because a true lover never think these type things about his love.
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    Lalit Negi
    03 फ़रवरी 2018
    सबसे प्रभावी है कहानी का क्लाइमैक्स। किसी चीप नावेल की तरह इस कहानी में अंत में दोनों का मेल नहीं दिखाया यह बहुत अच्छा किया। प्रैक्टिकल दिखाया
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    Rachna Sharma
    29 अगस्त 2020
    Nice but last line ya sentence बहुत ही galt the true love करने वाला person esa नहीं कह सकता वो reply नहीं देता to भी ठीक था मोन अपने आप मे एक बहुत बड़ा ज़वाब होता,,, माफ़ी chaahugi यदि आपको मेरे शब्द अनुचित लगे to