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गलतफहमी.......

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हमीसे  कुछ भूल हो गयी लगती ! खऔप यही है दिलमे हमने क्या लिखा और आप क्या समझी !! अगर हम तुम साथ होते तो मुश्किल राह आती आ गई होती।  !!! न जाने इस दीप अनगिन पे अँमासी ...

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लेखक के बारे में
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वसंत सणस"

प्रत्येक्षात घडलेले प्रसंग, किस्से, यांचे कथाकथन करणे हा माझा आवडता छंद.प्रसंग जशे घडले, मी जशे पाहिले,तसेच लेखणीतून उतरवण्याचा माझा प्रयत्न असेल आणि आहे. व्यवसायाने आर्किटेक्ट.

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    महादेव
    09 मई 2022
    सुंदर 👌👌👌💐💐💐💐💐💐🤗👌👌👌👌💐💐,बेहतरीन रचना 💐💐💐💐👌👌👌👌👌👌👌👌💐💐💐👌👌👌👌👌👌👌💐💐💐💐😃😃😃🤗
  • author
    Vinod S.Dambe "मामाश्री"
    22 अप्रैल 2022
    बहुत सुंदर पंक्तियां सरजी 👌
  • author
    Mangala Shelar
    03 अप्रैल 2022
    Wow क्या बात है बहोतखुब
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    महादेव
    09 मई 2022
    सुंदर 👌👌👌💐💐💐💐💐💐🤗👌👌👌👌💐💐,बेहतरीन रचना 💐💐💐💐👌👌👌👌👌👌👌👌💐💐💐👌👌👌👌👌👌👌💐💐💐💐😃😃😃🤗
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    Vinod S.Dambe "मामाश्री"
    22 अप्रैल 2022
    बहुत सुंदर पंक्तियां सरजी 👌
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    Mangala Shelar
    03 अप्रैल 2022
    Wow क्या बात है बहोतखुब