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गलत सोच

4.5
4783

निषा के जाते ही वीणा समीर पे बरस पड़ी - ”तुम्हे“ इस कमरे में आने की क्या जरूरत है? तुम तो पेपर पढ़ रहे थे। ”अरे कॉल बेल बजी तो आ गया। सोचा तुम किचन में बिजी होगी। दरवाजे पे निषा दिखी। बस तुम्हारे आने ...

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लेखक के बारे में

' एयर इंडिया ' से डिप्टी मैनेजर के पद से सेवानिवृत्ति ।अब बस लेखन ।अब तक एक लघुकथा संग्रह " टुकड़ा टुकड़ा सच " ( 2011) में प्रकाशित ।अब तक साझा तौर पर कविता संकलन, लघुकथा संग्रह एवं कहानी संग्रह की चार पुस्तकें प्रकाशित । पता -- 601 महावीर दर्शन सोसायटी, प्लाट नंबर - 11C सेक्टर -20 खारघर नवी मुंबई -410210 mob 9619025094

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pushpendra Thakur
    25 जुलाई 2020
    एक उतकृष्ठ कहानीयों में एक
  • author
    Ashish Kumar "Mastishk ek kalam"
    28 मई 2019
    kahaani ko aage badhana chahiye tha
  • author
    सागर बंसल
    20 जून 2021
    Nothing good
  • author
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  • author
    Pushpendra Thakur
    25 जुलाई 2020
    एक उतकृष्ठ कहानीयों में एक
  • author
    Ashish Kumar "Mastishk ek kalam"
    28 मई 2019
    kahaani ko aage badhana chahiye tha
  • author
    सागर बंसल
    20 जून 2021
    Nothing good