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फिर प्यार हो गया

4.3
12736

'फिर प्यार हो गया' संजय नायका द्वारा लिखित एक प्रेमकथा है | यह कहानी स्वार्थ और प्रेम के तानेबाने से गूंथी हुई है | नायिका प्रेम और स्वार्थ के द्वंद्व में उलझी हुई है तो नायक सच्चे प्यार के लिए ...

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लेखक के बारे में
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संजय कुमार

महाभारतकालीन संजय की तरह ही दीर्घ दृष्टि, असीम कल्पनाशक्ति और विचारशक्ति के धनी संजय विद्याप्राप्ति में स्नातक तक पढ़े हैं । कहानी, नाटक और सिनेमा उनके प्रिय क्षेत्र है । अपने विचार और कल्पनाशक्ति को कहानी के स्वरूप में परिवर्तित करने का वे बचपन से ही प्रयास करते आए हैं । 'फिर प्यार हो गया' स्वार्थ और त्याग आधारित कथा को प्रस्तुत करनेवाला यह उनका प्रथम पुस्तक है । । 'फिर प्यार हो गया' उनके मन में उद्दीप्त कल्पनाशक्ति और लेखनक्षमता का परिणाम है । इस प्रयास में उनकी सफलता ही उनके प्रयत्नों का प्रतिसाद है ।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rakhee Kathpal
    23 अगस्त 2020
    bhut hi pyari love story 👌👌👏👏👏👏👏
  • author
    Bharti Sharma
    23 अगस्त 2020
    माफ कीजिएगा, पर बेहद फ़िल्मी है। डायलॉग, स्टोरी, पात्र किसी से मन जुड़ नहीं सका। ऐसा कहाँ होता है, एक पाठक के रूप में मन ने बस यही सोचा। अवश्य प्यार कभी भी ही सकता है पर यह विश्वसनीय नहीं लगा।
  • author
    10 जनवरी 2020
    bht hi pyari story dusra mauka her kisi KO.nai milta.or aisa husband b priya bht lucky ti.
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rakhee Kathpal
    23 अगस्त 2020
    bhut hi pyari love story 👌👌👏👏👏👏👏
  • author
    Bharti Sharma
    23 अगस्त 2020
    माफ कीजिएगा, पर बेहद फ़िल्मी है। डायलॉग, स्टोरी, पात्र किसी से मन जुड़ नहीं सका। ऐसा कहाँ होता है, एक पाठक के रूप में मन ने बस यही सोचा। अवश्य प्यार कभी भी ही सकता है पर यह विश्वसनीय नहीं लगा।
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    10 जनवरी 2020
    bht hi pyari story dusra mauka her kisi KO.nai milta.or aisa husband b priya bht lucky ti.