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फिर कब मिलोगे

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एक सूल सा चुभता है  सीने में ,जब लाल तेरा कोई जाता है,फिरकब मिलोगे ये शब्द दिल दोहराता है, में  भी हिन्दुस्तानी  हूं, तब याद मुझे भी  आता है ,जो जान की अपनी ना परवा किये ,हमें जीना सिखाते हैं ,सच सच ...

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लेखक के बारे में
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Sheela Tewari

में एक गृहणी हूं और एक लेखिका के रूप में पहचान बनाना चहहती हूं उम्मीद है आप सब साथ देंगे

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Jagdish Tiwari
    21 অগাস্ট 2020
    अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि , जय हिन्द
  • author
    Sarika sharma "Anju"
    04 মে 2020
    मार्मिक प्रस्तुति
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    Jagdish Tiwari
    21 অগাস্ট 2020
    अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि , जय हिन्द
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    Sarika sharma "Anju"
    04 মে 2020
    मार्मिक प्रस्तुति