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फालतू बात

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चांद है दूल्हा तो तारे है बाराती रोज़ रात आ जाते है देख सूरज को सवेरे सब भाग जाते है ...

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लेखक के बारे में
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bhawna Mohan

गुम है ज़िंदगी खफा खफा सी

समीक्षा
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  • author
    kanhaiya khatri (. K. K .)
    02 सितम्बर 2021
    बहुत खूब।
  • author
    Monajain
    28 अगस्त 2021
    बहुत खूब😄
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    kanhaiya khatri (. K. K .)
    02 सितम्बर 2021
    बहुत खूब।
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    Monajain
    28 अगस्त 2021
    बहुत खूब😄