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चेहरा इक किताब

4.4
299

हम कुछ नहीं हमारा चेहरा इक किताब है ! भाषांतर करें तो हमारा फेस एक बुक है ! अधर में लटकी ! पन्ने उड़ते हुए ! अजीब सा लुक है ! अजनबियों से बेपर्दगी है ! अपनों से तो शर्मिंदगी है ! रोज़ अनर्गल बातों से ...

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लेखक के बारे में
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अजय शर्मा
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Niraj kumar
    31 दिसम्बर 2018
    wah,wah! आपकी कविता लाजवाब है ,इसमें व्यंग के रूप में" फेसबुक "की जो चर्चा की ,कमाल लिखे है।👍
  • author
    renu kapoor very innovative
    14 जून 2022
    अच्छी लगी धन्यवाद
  • author
    Sumedha Prakash
    15 अक्टूबर 2018
    वाह वाह बहुत खूब
  • author
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Niraj kumar
    31 दिसम्बर 2018
    wah,wah! आपकी कविता लाजवाब है ,इसमें व्यंग के रूप में" फेसबुक "की जो चर्चा की ,कमाल लिखे है।👍
  • author
    renu kapoor very innovative
    14 जून 2022
    अच्छी लगी धन्यवाद
  • author
    Sumedha Prakash
    15 अक्टूबर 2018
    वाह वाह बहुत खूब