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दिल की किताब के हर एक पन्ने पर

4.0
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दिल की किताब के हर एक पन्ने पर मैंने जिंदगी की अफसाना-ए-मुसव्विरी की है। रूह से पाकिजा अपने हर्फ-ए-जज्बातों को अहसासात की जेर-ओ-जबर भी दी है। वो साथ दें, साथ रहे या न रहें उनकी मर्जी मेरी तो खामोशी ...

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Arvind Kumar
    18 दिसम्बर 2019
    likhne wale ko dil se salam
  • author
    Radha Vaishnav "Deepa"
    24 दिसम्बर 2018
    bhut bhut hi khub
  • author
    11 अक्टूबर 2018
    बेहतरीन..
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    Arvind Kumar
    18 दिसम्बर 2019
    likhne wale ko dil se salam
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    Radha Vaishnav "Deepa"
    24 दिसम्बर 2018
    bhut bhut hi khub
  • author
    11 अक्टूबर 2018
    बेहतरीन..